For News (24x7) : 9829070307
RNI NO : RAJBIL/2013/50688
Visitors - 113743819
Horizon Hind facebook Horizon Hind Twitter Horizon Hind Youtube Horizon Hind Instagram Horizon Hind Linkedin
Breaking News
Ajmer Breaking News: विभागीय समन्वय बैठक आयोजित, फ्लैगशिप योजनाओं, विकास कार्यों और जनशिकायतों की विभागवार हुई विस्तृत समीक्षा |  Ajmer Breaking News: जिला कलक्टर ने सड़क सुरक्षा, आवारा श्वानों एवं अतिक्रमण पर की समीक्षा,प्रभावी कार्यवाही के दिए निर्देश |  Ajmer Breaking News: अजमेर मंडल पर खानपान इकाइयों पर ओवरचार्जिंग और अवैध वेंडिंग को पूर्णतया रोकने के लिए विशेष अभियान |  Ajmer Breaking News: श्यामा प्रसाद मुखर्जी नगर आवासीय योजना का हुआ शुभारम्भ, योजना के साथ सीसी रोड निर्माण, स्ट्रीट लाइट स्थापना और अन्य विकास कार्य- खर्रा |  Ajmer Breaking News: विधानसभा अध्यक्ष ने दी गीता जयंती की शुभकामनाएँ, निवास पर सभी प्रमुख मंदिरों के पुजारियों के साथ विशेष आयोजन, पुस्तक व शॉल भेंटकर किया सम्मान |  Ajmer Breaking News: विश्व एड्स दिवस पर जेएलएन अस्पताल के एआरटी एवं मेडिसन विभाग द्वारा जागरूकता रैली का आयोजन  |  Ajmer Breaking News: विश्व एड्स दिवस पर  जेएलएन अस्पताल के एआरटी एवं मेडिसन विभाग द्वारा जागरूकता रैली का आयोजन  |  Ajmer Breaking News: केकड़ी विधानसभा से आए ग्रामीणों ने गाँव को वापस ग्राम पंचायत में जोड़ने सहित विभिन्न मांगों को लेकर जिला कलेक्टर को  सौंपा ज्ञापन |  Ajmer Breaking News: 38 वी अंतर महाविद्यालय एथेलेटिक प्रतियोगिता का शुभारंभ |  Ajmer Breaking News: ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती के सालाना उर्स से पूर्व दरगाह के आसपास के बाजारों में किए गए स्थाई और अस्थाई अतिक्रमण पर चला पीला पंजा, | 

क़लमकार: हम सब डंडे का ज़ोर ही समझते हैं

Post Views 11

November 18, 2018

मेरे एक मित्र सिंगापुर गए वे वहां की बात बता रहे थे।

रात के दो बजे खाली सड़क पर दो युवतियां सड़क पार करने के लिए हरी बत्ती का इंतज़ार कर रही थीं। सड़क पर यातायात बिल्कुल नहीं था बावजूद इसके वे लड़कियां हरी बत्ती होने का इंतज़ार करती रही।

इसे उस देश का कल्चर और अनुशासन ही कहा जाएगा जो उन्हें बचपन से सिखाया जाता है।

एक हम हिन्दुस्तानी हैं कि लाल बत्ती होने पर भी सिग्नल तोड़ कर भाग छूटते हैं।

कारण ना तो हमें कभी यातायात के नियमों का पालन करना सिखाया गया है और ना ही अनुशासन।

कुछ मेट्रो शहरों को छोड़ दें तो सिग्नल तोड़ने पर कोई कार्रवाई भी नहीं होती जो इस तरह के कृत्य करने वालों को बढ़ावा देती है।

यातायात कर्मचारी कम हैं जो हैं वे उगाही में लगे रहते हैं।

इसका एक ही उपाय समझ आ रहा है आनेवाली नई पौध को हम छोटी उम्र से ही यातायात नियमों का पालन करना स्कूली पाठ्यक्रम में सिखाएं पर मौजूदा लोगों को तो डंडे के ज़ोर से ही सिखाना होगा।

सरकार को मेरी सलाह है कि जितना खर्च वह यातायात कर्मचारियों की भर्ती पर करे अगर उसका एक चौथाई सी सी टी वी कैमरों पर खर्च करे तो सरकार को ना केवल इन कैमरों की लागत वापस मिल पाएगी अपितु राजस्व भी हासिल होगा।


देश का आम नागरिक कोई भी काम बिना डंडे के डर के करता ही नहीं है इसीलिए डंडा चाहे वह किसी भी रूप में हो आवश्यक है।

जयहिंद।

राजेन्द्र सिंह हीरा

       अजमेर


© Copyright Horizonhind 2025. All rights reserved