क़लमकार: सुरेन्द्र चतुर्वेदी - अनाथ हो चुका है आनासागर
बाटा तिराहे को बचाने में लगे हैं लोग और आना सागर तैयार है आत्महत्या को_
नगर निगम की ख़ामोशी समझौते की टेबल पर लेटी है और भूमाफियाओं की साज़िशें हो रही हैं साकार_
क़लमकार: अजमेर की जनता अब देखना चाहती है मेयर ब्रजलता हाड़ा को लेडी सिंघम के रूप में
आनासागर की नम आँखों में है ध्रत राष्ट्रों से बचाए जाने की द्रोपदी वाली पुकार_