राजस्थान न्यूज़: केंद्रीय श्रम मंत्री मनसुख मांडविया ने रविवार देर रात जयपुर स्थित ईएसआई अस्पताल का अचानक निरीक्षण किया। केंद्रीय मंत्री के अचानक पहुंचने से अस्पताल प्रशासन में हड़कंप मच गया।निरीक्षण के दौरान मांडविया ने एक-एक वार्ड का दौरा कर मरीजों से उनके उपचार और सुविधाओं की जानकारी ली। उन्होंने अस्पताल प्रशासन से चिकित्सा व्यवस्था, दवाओं की उपलब्धता और साफ-सफाई की स्थिति पर विस्तार से चर्चा की। मंत्री मांडविया ने अस्पताल की आवश्यकताओं और सुधार के सुझावों पर भी अधिकारियों से बात की। इस दौरान राजस्थान सरकार के खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्री सुमित गोदारा भी उनके साथ मौजूद रहे।
Read more 26th Nov 2025
राजस्थान न्यूज़: जयपुर, 26 नवंबर। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल ने अपनी दूरदर्शी सोच, दृढ़ इच्छाशक्ति और साहसिक निर्णयों से भारत को एकजुट कर राष्ट्र निर्माण में ऐतिहासिक भूमिका निभाई। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे सरदार पटेल के जीवन से प्रेरणा लेकर ‘राष्ट्र प्रथम’ की भावना को सर्वोपरि रखें और एक मजबूत, एकजुट तथा विकसित भारत के निर्माण में सक्रिय भूमिका निभाएं। मुख्यमंत्री ने यह बात सोमवार को अमर जवान ज्योति से शुरू हुई सरदार@150 यूनिटी मार्च के अंतर्गत आयोजित ‘यमुना प्रवाह यात्रा’ को हरी झंडी दिखाने के अवसर पर कही। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर देशभर में सरदार पटेल की 150वीं जयंती मनाई जा रही है। इस कड़ी में आयोजित यमुना प्रवाह यात्रा का उद्देश्य युवाओं को सरदार पटेल के जीवन, विचारों और राष्ट्रनिर्माण के योगदान से जोड़ना है। मुख्यमंत्री ने बताया कि इस यात्रा के माध्यम से राजस्थान सहित विभिन्न राज्यों के युवा जयपुर से सरदार पटेल की जन्मभूमि कमरसद (गुजरात) तक जाएंगे। यह यात्रा युवाओं के लिए सरदार पटेल के जीवन, संघर्ष और देशभक्ति को नजदीक से जानने और उनके आदर्शों को आत्मसात करने का अमूल्य अवसर होगी। सरदार पटेल की दूरदर्शिता ने भारत को किया एकजुट मुख्यमंत्री शर्मा ने कहा कि सरदार पटेल का स्वतंत्रता संग्राम में अमूल्य योगदान रहा है। बारडोली सत्याग्रह में उनकी भूमिका के कारण ही उन्हें ‘सरदार’ की उपाधि मिली। आजादी के बाद जब देश 562 रियासतों में बंटा हुआ था, तब पटेल ने अपनी कूटनीति, दूरदर्शिता और दृढ़ निश्चय से भारत को एक सूत्र में पिरोया। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन पोलो के माध्यम से हैदराबाद को और जनमत संग्रह द्वारा जूनागढ़ को भारत में मिलाकर सरदार पटेल ने एक अखंड भारत का सपना साकार किया। मुख्यमंत्री ने कहा, “आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सरदार पटेल के अधूरे सपने को कश्मीर से धारा 370 हटाकर पूरा किया है। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारत पूरब से पश्चिम और उत्तर से दक्षिण तक एक सूत्र में बंध रहा है।” ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ राष्ट्र की एकता का प्रतीक मुख्यमंत्री शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने सरदार पटेल की स्मृति में विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ का निर्माण कर भारत की एकता और अखंडता को अमर कर दिया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में वर्ष 2014 के बाद से देश में गरीब कल्याण योजनाओं, विकास कार्यों, आतंकवाद व नक्सलवाद पर नियंत्रण और वैश्विक मंचों पर भारत की प्रतिष्ठा बढ़ाने जैसे ऐतिहासिक कार्य हुए हैं।
Read more 26th Nov 2025
राजस्थान न्यूज़: पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश और केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि पूर्व कांग्रेस सरकार के समय शुरू किए गए बड़े प्रोजेक्ट—मेडिकल यूनिवर्सिटी, प्रतापनगर, मंडोर, चौपासनी और नवचौकिया के जिला अस्पताल—आज पूरी तरह ठप पड़े हैं। गहलोत ने दावा किया कि करोड़ों- अरबों रुपए की लागत से तैयार हुई कई परियोजनाएं उपेक्षा का शिकार हो रही हैं। सोमवार को जोधपुर सर्किट हाउस में प्रेस वार्ता कर पूर्व मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि “जोधपुर में एक जगह जहां कुल 12 डॉक्टर होने चाहिए थे, वहां सिर्फ 2 डॉक्टर हैं। यह हमारी सरकार के कार्यों के प्रति आपराधिक लापरवाही है।” पूर्व मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि पूर्व सरकार द्वारा विकसित बर्थ पैलेस महामंदिर को सीएचसी में बदलकर जो काम शुरू किया गया था, वहां भी गतिविधियां लगभग बंद पड़ी हैं। उन्होंने गर्ल्स कॉलेज सहित तीन प्रमुख कॉलेजों के भवन निर्माण का मुद्दा उठाते हुए कहा कि इनकी इमारतें आधे से ज्यादा बन चुकी थीं, फॉरेस्ट, रेवेन्यू और कलेक्टर की बैठकों के बाद प्लानिंग कर काम शुरू करवाया था, लेकिन सरकार बदलते ही इन्हें रोक दिया गया। एलिवेटेड रोड परियोजना पर पूर्व मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि 2019-20 के बजट में महामंदिर से अखलिया चौराहे तक एलिवेटेड रोड की घोषणा की गई थी। बाद में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से इसे नेशनल हाईवे से जोड़ने का आग्रह किया गया था और टेंडर भी हो गए, लेकिन काम आगे नहीं बढ़ रहा। उन्होंने कोटा के रिवर फ्रंट की भी तारीफ करते हुए कहा कि गुजरात का रिवर फ्रंट हमारे कोटा रिवर फ्रंट के सामने कुछ नहीं है।” उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि उनकी सरकार ने पूर्व सरकारों के प्रोजेक्ट नहीं रोके थे, लेकिन वर्तमान सरकार ऐसा कर रही है। कांग्रेस में हाल ही में नियुक्त हुए जिलाध्यक्षों पर उन्होंने कहा—“जो 45 जिलाध्यक्ष बने हैं, वे सभी मेरे समर्थक हैं और मैं भी उनका समर्थक हूं। हाईकमान ने बिना दबाव में आए नियुक्तियां की हैं।
Read more 25th Nov 2025
अजमेर न्यूज़: 1100 वर्ष पूर्व स्थापित मंदिर की बड़ी है मान्यता, दूर दराज से पहुंचते हैं हजारों श्रद्धालु
Read more 31st Aug 2022
अजमेर न्यूज़: 1968 से कस्बे की धार्मिक संस्था श्री ब्रह्म पुष्कर सेवा संघ कर रही है इस अनूठी परंपरा का निर्वहन
Read more 31st Aug 2022
अजमेर न्यूज़: 10 टीमें 8 - 8 वार्डो में जाकर घूम रही गायों का करेंगीं प्राथमिक उपचार
Read more 31st Aug 2022
राष्ट्रीय न्यूज़: अजमेर, 26 नवम्बर। राजस्थान विधान सभा अध्यक्ष श्री वासुदेव देवनानी ने कहा है कि देश का संविधान सुरक्षित है। इसे किसी प्रकार का कोई खतरा नहीं है। उन्होंने कहा कि संविधान भारत की आत्मा, भविष्य और वर्तमान है। दुनिया में भारत का संविधान ही ऐसा मजबूत संविधान है जिसके माध्यम से सत्ता का हस्तान्तरण शांतिपूर्ण तरीके से होता है। भारतीय संविधान की यह सबसे बड़ी विशेषता है। श्री देवनानी ने कहा कि वन्दे मातरम् केवल गीत ही नहीं है, यह मातृभूमि के प्रति समर्पण, औपनिवेशिक दमन के विरुध प्रतिरोध और स्वाधीनता की सामूहिक चेतना का प्रभावी प्रतीक है। समय के साथ यह गीत जन सभाओं और सांस्कृतिक आयोजनों में भारत के स्वतन्त्रता संग्राम की प्रेरणा शाक्ति बन गया है। देश की विधान सभाओं में राजस्थान विधान सभा कदाचित ऐसी विधान सभा बन गई है, जहाँ वंदे मातरम् दीर्घा का निर्माण किया गया है स्पीकर श्री देवनानी राजस्थान विधान सभा में बुधवार को संविधान दिवस पर आयोजित युवा संवाद समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। श्री देवनानी ने दीप प्रज्ज्वलित कर समारोह का शुभारम्भ किया। श्री देवनानी ने इस मौके पर विधान सभा के डिजिटल म्यूजियम में उनकी पहल से निर्मित वंदे मातरम दीर्घा का उद्घाटन किया। देश की विधान सभाओं में राजस्थान विधान सभा कदाचित ऐसी विधान सभा बन गई है, जहाँ वंदे मातरम् दीर्घा का निर्माण किया गया है। वंदे मातरम् के 150 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में राजस्थान विधान सभा अध्यक्ष श्री वासुदेव देवनानी की सोच व परिकल्पना के अनुरूप राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम् के ऐतिहासिक पहलुओं को चित्रों के माध्यम से प्रदर्शित किया गया है। उल्लेखनीय है कि गत वर्ष संविधान दिवस पर अध्यक्ष श्री देवनानी की पहल पर विधान सभा के राजनैतिक आख्यान संग्रहालय में संविधान दीर्घा का लोकार्पण किया गया। साथ ही विधान सभा परिसर में शौर्य वाटिका भी बनाई गई है। युवा पीढी इसे जीवन शैली में अपनाकर ही संविधान निर्माताओं के प्रति सच्चा नमन कर सकते है श्री देवनानी ने कहा कि संविधान दिवस राष्ट्रीय चेतना को आलौकित करने वाला ऐतिहासिक पर्व है। उन्होंने कहा कि यह दिवस केवल स्मृति दिवस नहीं है बल्कि जीवंत संकल्प, प्रतिज्ञा और प्रतिबद्धता का दिवस है। यह न्याय, स्वतन्त्रता, समानता और बन्धुत्व के मूल्यों को दृढ करने वाला दिवस है। श्री देवनानी ने युवाओं का आव्हान किया कि वे संविधान के मूल्यों को आत्मसात करें। युवा पीढी इसे जीवन शैली में अपनाकर ही संविधान निर्माताओं के प्रति सच्चा नमन कर सकते है। श्री देवनानी ने कहा कि राष्ट्र सर्वोपरि है। राष्ट्र है तो हम है। देश के प्रति विश्वास और श्रद्धा रखे। देश के लिए जिए। अधिकारों को मांगे लेकिन कर्तव्यों के निर्वहन के दायित्व से भी मुँह ना मोडे। पूरी क्षमता के साथ राष्ट्र हित का कार्य करें। भारत विश्व की महान शक्ति है। भारत विश्व गुरु है। यह सब भारतीय संविधान के कारण ही सम्भव है। इस मौके पर उपस्थित संसदीय कार्य मंत्री श्री जोगाराम पटेल ने कहा कि संविधान की मूल भावना में न्याय है। न्याय सभी को मिले। न्याय व्यवस्था में विश्वास करें। इसका स्वयं पालन करें और फिर दूसरों को कहे। समारोह में मौजूद नेता प्रतिपक्ष श्री टीकाराम जूली ने कहा कि संविधान की मजबूती बनाने की जिम्मेदारी प्रत्येक नागरिक की है। अतिरिक्त महाधिवक्ता श्री जीएस गिल ने कहा कि संविधान राष्ट्र के लोगों की भावना है। वन्दे मातरम दीर्घा स्पीकर श्री देवनानी ने बताया कि सैंतीस पैनलों के माध्यम से वंदे मातरम के इतिहास और इससे सम्बन्धित महत्वपूर्ण जानकारियों का दीर्घा में समावेश किया गया है। उन्होंने कहा कि सन् 1875 में अक्षय नवमी के दिन वंदे मातरम की रचना, बंकिमचन्द्र ने इसे पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद के लालगोला में लिखा, संस्कृतनिष्ठ बंगाली में लिखे गए मूल गीत के चित्र सहित विभिन्न जानकारियां आमजन, युवा, शोधार्थी और छात्र-छात्राओं के लिए बहुत उपयोगी साबित होगी। दीर्घा लोगों के लिए प्रेरणादायी पहल श्री देवनानी ने बताया कि राजस्थान विधानसभा स्थित राजनैतिक आख्यान संग्रहालय में वंदे मातरम् दीर्घा भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन और राष्ट्रीय चेतना के इतिहास को नई दृष्टि से प्रस्तुत करने वाली एक प्रेरणादायी पहल है। दीर्घा बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय द्वारा रचित "वंदे मातरम्' की मूल भावना को केंद्र में रखते हुए स्वदेशी आंदोलन, जन-आंदोलनों तथा क्रांतिकारियों की भूमिका को सजीव रूप में दर्शाती प्रतीत हो रही है। दीर्घा में गीत की मूल पंक्तियों, पांडुलिपि की प्रतिकृति और उस समय के राजनीतिक-सांस्कृतिक परिवेश का सुव्यवस्थित प्रदर्शन किया गया है। इससे आगंतुकों को स्वतंत्रता संग्राम के दौर की भावनाओं का अनुभव हो सकेगा। वंदे मातरम् के भावपूर्ण संगीत तथा आंदोलन से जुड़े दुर्लभ फोटोग्राफ़, पत्र, भाषण और वीडियो सामग्री भी दीर्घा में शामिल की गई है। श्री देवनानी ने बताया कि वंदे मातरम् दीर्घा का उद्देश्य नई पीढ़ी को यह संदेश देना है कि मातृभूमि के प्रति प्रेम, कर्तव्य और संवैधानिक निष्ठा ही भारतीय लोकतंत्र की सबसे बड़ी शक्ति है। यह दीर्घा इतिहास, संस्कृति और संसदीय मूल्यों का एक अद्वितीय संगम बनकर राजस्थान विधानसभा की गरिमा को और अधिक समृद्ध करेगी।
Read more 26th Nov 2025
राष्ट्रीय न्यूज़: आसाराम को झटका, नहीं कर सकता सत्संग और प्रवचन; गुजरात हाईकोर्ट ने ठुकराई अर्जी आसाराम ने अंतरिम जमानत के दौरान लगाई गई सख्त शर्तों में छूट मांगी थी. इस याचिका पर गुजरात हाईकोर्ट के न्यायमूर्ति ए.एस. सुपेहिया और न्यायमूर्ति वी.डी. नानावटी की खंडपीठ ने सुनवाई की. दुष्कर्म के मामले में आजीवन कारावास की सजा पाए विवादास्पद संत आसाराम बापू को गुजरात हाईकोर्ट से झटका लगा है. जमानत पर जेल से रिहा होने के बाद आसाराम ने सत्संग करने,आश्रम में प्रवचन देने और अनुयायियों से मिलने-जुलने की अनुमति मांगी थी. लेकिन हाईकोर्ट ने आसाराम को इसके लिए छूट देने से इनकार कर दिया. अदालत ने आसाराम के एक और अनुरोध पर अभी फैसला नहीं सुनाया है जिसमें उसने हर वक्त पुलिस पहरे से छूट मांगी थी. आसाराम ने अंतरिम जमानत के दौरान लगाई गई शर्तों में छूट मांगी थी. इस याचिका पर गुजरात हाईकोर्ट के न्यायमूर्ति ए.एस. सुपेहिया और न्यायमूर्ति वी.डी. नानावटी की खंडपीठ ने सुनवाई की. बेंच ने स्पष्ट किया कि आसाराम को सत्संग आयोजित करने या उसमें भाग लेने की कोई छूट नहीं दी जाएगी. कोर्ट ने कहा कि अंतरिम जमानत केवल चिकित्सीय आधार पर दी गई है, न कि धार्मिक गतिविधियों के लिए.
Read more 21st Nov 2025
अग्निवीर सेना भर्ती रैली, 20 जून के अभ्यर्थी देंगे 26 जून को रिपोर्ट
अग्निवीर सेना भर्ती रैली, 0 जून के अभ्यर्थी देंगे 26 जून को रिपोर्ट अजमेर, 19 जून। सेना भर्ती कार्यालय जोधपुर के निदेशक (भर्ती) कर्नल दीपांकर बसु ने बताया कि अजमेर में चक्रवात के कारण हुई अतिवृष्टि से अग्निवीर सेना भर्ती रैली के कार्यक्रम में परिवर्तन किया गया है। इसके कारण 20 जून को कायड़ विश्राम स्थली में रिपोर्ट करने वाले अभ्यर्थी अब 26 जून को प्रातः 2 बजे कायड़ विश्राम स्थली पर रिपोर्ट करेंगे।
© Copyright Horizonhind 2025. All rights reserved