राजस्थान न्यूज़: राजस्थान में लंबे इंतजार के बाद आखिरकार शिक्षा विभाग ने रविवार सुबह 620 प्रिंसिपलों के ट्रांसफर आदेश जारी कर दिए। यह सूची पिछले एक महीने से मुख्यमंत्री सचिवालय में अटकी हुई थी। सख्त रुख अपनाते हुए विभाग ने पूर्व में जारी की गई 5,000 प्रिंसिपलों की ट्रांसफर लिस्ट में बहुत कम संशोधन किए हैं। इस कारण उन 700 से अधिक प्रिंसिपलों में निराशा फैल गई है, जो अपने तबादला आदेशों में संशोधन की उम्मीद लगाए बैठे थे। सूत्रों के मुताबिक शिक्षा मंत्री स्तर पर तैयार ट्रांसफर लिस्ट को पहले मुख्यमंत्री सचिवालय भेजा गया था, जहां करीब एक माह तक समीक्षा की गई। कई नामों पर पुनर्विचार किया गया, जिसके परिणामस्वरूप अंतिम स्वीकृति वाली लिस्ट में प्रिंसिपलों की संख्या घटकर 700 से 620 रह गई। शिक्षा विभाग ने रिक्त पदों, विषयवार आवश्यकता और जिला स्तर पर व्यवस्थाओं को ध्यान में रखते हुए यह सूची तैयार की थी। माध्यमिक शिक्षा निदेशालय के अधिकारियों की एक टीम को जयपुर बुलाकर पदों का मिलान कराया गया, जिनके आधार पर कई प्रिंसिपल—खासकर बड़े शिक्षक नेताओं—को भी शहरों से बाहर भेज दिया गया है। इस ट्रांसफर सूची का बेसब्री से इंतजार उन प्रिंसिपलों को था, जिन्हें दो महीने पहले जारी आदेश में अन्य जिलों में भेज दिया गया था। हालांकि कुछ प्रिंसिपलों को राहत मिली है और उन्हें गृह जिला वापस मिला है, लेकिन अधिकांश के आदेशों में कोई बदलाव नहीं किया गया। सबसे निराशा की बात यह रही कि कई महिला प्रिंसिपल्स, जिन्होंने पहले गुहार लगाई थी कि उन्हें गृह जिला दिया जाए, उन्हें भी राहत नहीं मिली। विभागीय अधिकारियों के अनुसार, सूची में संशोधन की सीमित गुंजाइश थी और निर्णय पदों की उपलब्धता को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। राज्य के लगभग सभी जिलों से प्रिंसिपलों के तबादले किए गए हैं, जिससे शिक्षा विभाग में एक बार फिर बड़े पैमाने पर प्रशासनिक फेरबदल की स्थिति बनी है। नए आदेशों के बाद अब उम्मीद की जा रही है कि विभागीय कार्यों में लंबित व्यवस्थाएं सुगम गति से आगे बढ़ेंगी।
Read more 23rd Nov 2025
राजस्थान न्यूज़: जयपुर शहर कांग्रेस में लंबे समय से चली आ रही गुटबाजी और आंतरिक मतभेद एक बार फिर सामने आ गए हैं। शहर अध्यक्ष के चयन को लेकर बने पैनल पर पार्टी हाईकमान सहमति नहीं बना सका है। विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार, जयपुर शहर कांग्रेस में नेताओं के बीच गहरे मतभेद और विरोधी खेमों की खींचतान की रिपोर्ट हाईकमान तक पहुँच चुकी है। किसी एक नाम पर सर्वसम्मति नहीं बन पाने के कारण जिलाध्यक्ष की घोषणा को कुछ समय के लिए टाल दिया गया है। सूत्र बताते हैं कि जिन नेताओं को अध्यक्ष पद के लिए आगे बढ़ाया जा रहा था, उनके खिलाफ भी आपत्तियाँ हाईकमान तक पहुँच गईं। कई वरिष्ठ नेताओं ने अलग-अलग नामों की सिफारिश की, जिससे आंतरिक सहमति बन पाना कठिन हो गया। इसी वजह से जयपुर शहर सहित राजसमंद, प्रतापगढ़, बारां और झालावाड़ जिलों के अध्यक्षों की घोषणा अभी तक नहीं हो पाई है। बारां और झालावाड़ में अंता उपचुनाव के चलते जिलाध्यक्षों की रायशुमारी पूरी नहीं हो सकी थी। चुनाव आचार संहिता के कारण संगठनात्मक प्रक्रिया वहां अटक गई। उधर जयपुर, राजसमंद और प्रतापगढ़ में लगातार चल रही गुटबाजी और कई दावेदारों के बीच खींचतान की वजह से पैनल को अंतिम रूप नहीं दिया जा सका है। फिलहाल, इन पांच जिलों में जिलाध्यक्ष की घोषणा कब होगी, इसे लेकर पार्टी संगठन में भी कोई स्पष्टता नहीं है। कांग्रेस हाईकमान अगले दौर की चर्चाओं के बाद ही जिलाध्यक्षों पर अंतिम निर्णय लेने की स्थिति में होगा।
Read more 23rd Nov 2025
राजस्थान न्यूज़: राजस्थान में कानून-व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ बनाने और अपराध नियंत्रण को मजबूत करने के उद्देश्य से पुलिस मुख्यालय (PHQ) ने शनिवार देर रात एक बड़ा प्रशासनिक आदेश जारी किया है। आदेश के तहत राज्यभर में 9 एडीजी स्तर के अधिकारियों को विभिन्न रेंजों और कमिश्नरेट का प्रभारी बनाया गया है। यह कदम प्रदेशभर में सुरक्षा व्यवस्था को बेहतर करने और क्राइम कंट्रोल सिस्टम को अधिक प्रभावी बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण माना जा रहा है। जारी आदेश के अनुसार एडीजी प्रशाखा माथुर को जयपुर कमिश्नरेट की कमान सौंपी गई है, जबकि बीजू जॉर्ज जोसेफ को बीकानेर रेंज, संजीव कुमार नार्जरी को उदयपुर रेंज, और विशाल बंसल को जोधपुर कमिश्नरेट की अहम जिम्मेदारी दी गई है। इसी क्रम में एस. सेंगाथिर को जयपुर रेंज का प्रभारी नियुक्त किया गया है। इसके अलावा, बिपिन कुमार पाण्डेय को भरतपुर रेंज, रूपिन्दर सिंह को अजमेर रेंज, और भूपेन्द्र साहू को जोधपुर रेंज की कमान दी गई है। वहीं बी.एल. मीणा को कोटा रेंज का प्रभारी नियुक्त किया गया है। इन सभी अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे अपने-अपने रेंज में कानून-व्यवस्था की स्थिति का गहन आकलन करें, अपराध के बढ़ते रुझानों पर त्वरित नियंत्रण करें और फील्ड में प्रभावी पुलिसिंग सुनिश्चित करें। इन नई नियुक्तियों को प्रदेश में बेहतर कानून-व्यवस्था, व्यवस्थित क्राइम मॉनिटरिंग और मजबूत पुलिस रिस्पॉन्स सिस्टम की दिशा में बड़ी पहल के रूप में देखा जा रहा है।
Read more 23rd Nov 2025
अजमेर न्यूज़: 1100 वर्ष पूर्व स्थापित मंदिर की बड़ी है मान्यता, दूर दराज से पहुंचते हैं हजारों श्रद्धालु
Read more 31st Aug 2022
अजमेर न्यूज़: 1968 से कस्बे की धार्मिक संस्था श्री ब्रह्म पुष्कर सेवा संघ कर रही है इस अनूठी परंपरा का निर्वहन
Read more 31st Aug 2022
अजमेर न्यूज़: 10 टीमें 8 - 8 वार्डो में जाकर घूम रही गायों का करेंगीं प्राथमिक उपचार
Read more 31st Aug 2022
राष्ट्रीय न्यूज़: आसाराम को झटका, नहीं कर सकता सत्संग और प्रवचन; गुजरात हाईकोर्ट ने ठुकराई अर्जी आसाराम ने अंतरिम जमानत के दौरान लगाई गई सख्त शर्तों में छूट मांगी थी. इस याचिका पर गुजरात हाईकोर्ट के न्यायमूर्ति ए.एस. सुपेहिया और न्यायमूर्ति वी.डी. नानावटी की खंडपीठ ने सुनवाई की. दुष्कर्म के मामले में आजीवन कारावास की सजा पाए विवादास्पद संत आसाराम बापू को गुजरात हाईकोर्ट से झटका लगा है. जमानत पर जेल से रिहा होने के बाद आसाराम ने सत्संग करने,आश्रम में प्रवचन देने और अनुयायियों से मिलने-जुलने की अनुमति मांगी थी. लेकिन हाईकोर्ट ने आसाराम को इसके लिए छूट देने से इनकार कर दिया. अदालत ने आसाराम के एक और अनुरोध पर अभी फैसला नहीं सुनाया है जिसमें उसने हर वक्त पुलिस पहरे से छूट मांगी थी. आसाराम ने अंतरिम जमानत के दौरान लगाई गई शर्तों में छूट मांगी थी. इस याचिका पर गुजरात हाईकोर्ट के न्यायमूर्ति ए.एस. सुपेहिया और न्यायमूर्ति वी.डी. नानावटी की खंडपीठ ने सुनवाई की. बेंच ने स्पष्ट किया कि आसाराम को सत्संग आयोजित करने या उसमें भाग लेने की कोई छूट नहीं दी जाएगी. कोर्ट ने कहा कि अंतरिम जमानत केवल चिकित्सीय आधार पर दी गई है, न कि धार्मिक गतिविधियों के लिए.
Read more 21st Nov 2025
अंतर्राष्ट्रीय न्यूज़: गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के छोटे भाई अनमोल बिश्नोई को आज अमेरिका से भारत डिपोर्ट कर दिया गया है. राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (IGI) पर उसकी कस्टडी ले ली है. अनमोल, जिसे अमेरिका में छिपा हुआ बताया जा रहा था, की वापसी को भारत में संगठित अपराध और आतंकवाद से जुड़े मामलों की जांच में एक बड़ी कामयाबी माना जा रहा है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अनमोल बिश्नोई को लेकर एक विशेष विमान अमेरिका से दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचा. यह वापसी NIA और अन्य भारतीय सुरक्षा एजेंसियों के लंबे प्रयासों का परिणाम है. NIA ने अनमोल को एयरपोर्ट पर ही हिरासत में लिया और अब उससे कई हाई-प्रोफाइल मामलों के संबंध में पूछताछ की जाएगी. अनमोल पर कई संगीन आरोप हैं और वह लंबे समय से फरार चल रहा था.हाई-प्रोफाइल मामलों में शामिल रहा अनमोल अनमोल बिश्नोई पर कई सनसनीखेज आपराधिक मामलों में सीधे तौर पर शामिल होने का आरोप है, जिनमें सबसे प्रमुख हैं: सलमान खान के घर फायरिंग: इसी साल अभिनेता सलमान खान के मुंबई स्थित घर पर हुई गोलीबारी की घटना में अनमोल की भूमिका सामने आई थी. सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड: पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या की साजिश में भी अनमोल का नाम लॉरेंस बिश्नोई गैंग के प्रमुख सदस्यों में शामिल है. बाबा सिद्दीकी हत्याकांड: मुंबई में पूर्व विधायक बाबा सिद्दीकी की हत्या से जुड़े मामले में भी अनमोल बिश्नोई का हाथ बताया जाता है. अनमोल पर जबरन वसूली, धमकी देने और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर गैंग के संचालन में मदद करने जैसे कई अन्य आरोप भी हैं. बताया जा रहा है कि वह विदेश में बैठकर गिरोह के रंगदारी रैकेट को संभाल रहा था. उसकी गिरफ्तारी से लॉरेंस बिश्नोई गैंग के नेटवर्क और फंडिंग के बारे में महत्वपूर्ण खुलासे होने की उम्मीद है.
Read more 19th Nov 2025
अग्निवीर सेना भर्ती रैली, 20 जून के अभ्यर्थी देंगे 26 जून को रिपोर्ट
अग्निवीर सेना भर्ती रैली, 0 जून के अभ्यर्थी देंगे 26 जून को रिपोर्ट अजमेर, 19 जून। सेना भर्ती कार्यालय जोधपुर के निदेशक (भर्ती) कर्नल दीपांकर बसु ने बताया कि अजमेर में चक्रवात के कारण हुई अतिवृष्टि से अग्निवीर सेना भर्ती रैली के कार्यक्रम में परिवर्तन किया गया है। इसके कारण 20 जून को कायड़ विश्राम स्थली में रिपोर्ट करने वाले अभ्यर्थी अब 26 जून को प्रातः 2 बजे कायड़ विश्राम स्थली पर रिपोर्ट करेंगे।
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