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December 2, 2025
उदयपुर। राजस्थान में भ्रष्टाचार के खिलाफ ACB की कड़ी कार्रवाई लगातार जारी है। पुलिस-प्रशासन के बाद अब वन विभाग में फैले भ्रष्टाचार पर भी एसीबी ने शिकंजा कस दिया है। ताज़ा मामला उदयपुर जिले के खैरवाड़ा क्षेत्र का है, जहां एंटी करप्शन ब्यूरो ने सोमवार को दो वनरक्षकों को 80,000 रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया। सूत्रों के अनुसार, यह रिश्वत लकड़ी से भरे ट्रक को बिना कार्रवाई छोड़े जाने के बदले मांगी गई थी। एसीबी की डूंगरपुर इकाई ने योजनाबद्ध तरीके से ट्रैप लगाया और वन नाका कातरवास से दोनों आरोपी—महेश कुमार मीणा और विजेश अहारी—को मौके पर ही दबोच लिया।
ACB महानिदेशक पुलिस गोविंद गुप्ता ने बताया कि एक परिवादी ने शिकायत दी कि वह और उसका पार्टनर वैध लकड़ी व्यापार करते हैं। उनके दो ट्रकों में नीलगिरी और सेमल की लकड़ी भरी थी तथा बिल भी मौजूद थे। लेकिन 30 नवंबर की सुबह सूचना मिली कि वन विभाग ने ट्रक को पकड़ लिया है और छोड़ने के बदले रिश्वत की मांग की जा रही है। शिकायत के बाद ACB ने सत्यापन कराया, जिसमें खुलासा हुआ कि दोनों वनरक्षक 80 हजार रुपये लेने पर सहमत हो चुके हैं। इसके बाद 1 दिसंबर को डूंगरपुर ACB टीम ने उप महानिरीक्षक डॉ. रामेश्वर सिंह के सुपरविजन में ट्रैप प्लान को अंतिम रूप दिया। पुलिस उप अधीक्षक रतन सिंह राजपुरोहित के नेतृत्व में निरीक्षक राजेंद्र सिंह और टीम ने घेराबंदी की। जैसे ही आरोपी रिश्वत की राशि ले रहे थे, ACB ने दोनों को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। टीम ने मौके से सबूत जब्त किए और आरोपियों को डिटेन कर लिया। एडीजी स्मिता श्रीवास्तव के सुपरविजन में पूछताछ जारी है। ACB ने भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
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