Post Views 31
December 2, 2025
उदयपुर। संभाग के बांसवाड़ा में भारत माता मंदिर परियोजना द्वारा आयोजित गीता जयंती महोत्सव में सोमवार को नगर के विभिन्न स्थानों से भजन मंडलियों की विशाल शोभायात्रा निकाली गई, जो नृत्य-गीत और पारंपरिक वाद्यों की लय पर भारत माता मंदिर परिसर में पहुंची। बांसवाड़ा, डूंगरपुर, प्रतापगढ़, उदयपुर, झालावाड़ सहित मध्यप्रदेश और गुजरात से हजारों की संख्या में गायक-वादक और भजन मंडलियां शामिल हुईं। स्वागत द्वारों पर शोभायात्रा का भव्य स्वागत किया गया। गायत्री परिवार द्वारा यज्ञ और आहुतियां दी गईं। आरती के दौरान श्रद्धालुओं की भारी भीड़ रही। दीप प्रज्ज्वलन के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ, जिसके बाद परियोजना प्रमुख ने गतिविधियों का विवरण प्रस्तुत किया। परियोजना द्वारा संचालित विद्यालयों के वार्षिकोत्सव में कच्छी घोड़ी, शिव तांडव, गैर नृत्य तथा लोकनृत्यों की प्रस्तुतियों ने दर्शकों का मन मोह लिया। आंबापुरा विद्यालय द्वारा बिरसा मुंडा के जीवन पर आधारित नाटक विशेष आकर्षण का केंद्र रहा। अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कलाकार नरेंद्र द्वारा प्रस्तुत भवाई नृत्य को खूब सराहना मिली।
संतों के प्रवचनों में संघ के अखिल भारतीय मंत्री उमाशंकर शर्मा ने कहा कि “हमारा धर्म विश्व में श्रेष्ठ है; विश्व कल्याण हमारी संस्कृति की पहचान है। दलसुख दास महाराज ने सतगुरु द्वारा बताए मार्ग पर चलने की प्रेरणा दी। कमलगिरि ने धर्म परिवर्तन को सबसे बड़ा पाप बताया। विक्रम दास महाराज ने सामाजिक सद्भावना को मूल मंत्र बताया। रामप्रकाश महाराज, रामस्वरूप महाराज, रामगिरी महाराज, नरसिंग गिरी महाराज, फुलगिरी महाराज सहित कई महंत मंचासीन रहे। रात्रि में भजन मंडलियों द्वारा भजनदृकीर्तन ने वातावरण को भक्तिमय बना दिया। संचालन जगदीश चावड़ा, मुकेश चरपोटा और प्रेमशंकर कटारा ने किया।
© Copyright Horizonhind 2025. All rights reserved