राजस्थान न्यूज़: सवाई माधोपुर के रणथंभौर टाइगर रिजर्व में टाइगर हमले की एक और दर्दनाक घटना सामने आई है। जोन नंबर 3 के जोगीमहल नाका क्षेत्र में शुक्रवार को एक टाइगर ने वनकर्मी पर हमला कर दिया, जिसमें उसकी मौके पर ही मौत हो गई। मृतक की पहचान देवेंद्र सिंह के रूप में हुई है, जो भरतपुर निवासी थे और वर्तमान में गुढ़ा नाके पर फोरेस्टर के पद पर कार्यरत थे। हाल ही में उनका प्रमोशन रेंजर पद पर हुआ था, और जोगीमहल का अतिरिक्त कार्यभार भी उन्हें सौंपा गया था। बताया जा रहा है कि देवेंद्र सिंह जंगल के भीतर किसी चल रहे कार्य की निगरानी के लिए पहुंचे थे, तभी यह हादसा हुआ। अफसरों की टीम तुरंत मौके पर पहुंची और शव को अस्पताल भिजवाया गया। उनकी गर्दन पर बाघ के दांत और नाखून के गहरे निशान मिले हैं। घटना की गंभीरता को देखते हुए राज्य के कृषि मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा जयपुर से सवाई माधोपुर के लिए रवाना हो चुके हैं। यह पहली घटना नहीं है—रणथंभौर क्षेत्र में टाइगर हमलों की श्रृंखला चिंता का विषय बनती जा रही है। 16 अप्रैल को त्रिनेत्र गणेश मंदिर मार्ग पर एक मासूम बच्ची को बाघिन ने अपना शिकार बना लिया था, जिसके बाद मार्ग नौ दिन के लिए बंद कर दिया गया था। वहीं फरवरी 2025 में भी एक व्यक्ति की टाइगर हमले में मौत हो चुकी है।
Read more 11th May 2025
राजस्थान न्यूज़: जयपुर के बस्सी थाना क्षेत्र में शुक्रवार देर रात एक लावारिस पिकअप वाहन से 2075 किलो विस्फोटक सामग्री बरामद की गई है। मोहनपुरा पुलिया के पास खड़ी इस संदिग्ध पिकअप की सूचना पर पहुंची पुलिस टीम ने मौके से 63 कार्टन और 10 प्लास्टिक कट्टों में रखे OPTISTAR EXPLOSIVE और अमोनियम नाइट्रेट जैसे विस्फोटक पदार्थ जब्त किए हैं। पेट्रोलियम एवं विस्फोटक सुरक्षा संगठन को इस बरामदगी की सूचना दे दी गई है। अब पेट्रोलियम एवं विस्फोटक सुरक्षा संगठन की टीम मौके से सैंपल लेकर जांच करेगी, जिसके बाद कानूनी कार्रवाई की दिशा तय होगी। डीओ एएसआई जसवंत सिंह ने बस्सी थाने में एफआईआर दर्ज कराई। रिपोर्ट के अनुसार रात 2:30 बजे हेड कॉन्स्टेबल श्यामलाल ने सूचना दी कि मोहनपुरा पुलिया के पास आगरा रोड पर एक संदिग्ध पिकअप खड़ी है। गाड़ी की जांच करने पर उसमें सफेद दानेदार पदार्थ मिला, जिस पर OPTISTAR EXPLOSIVE और Ammonium Nitrate लिखा था। वाहन क्रेन की मदद से थाने पहुंचाया गया, क्योंकि उसका स्टीयरिंग लॉक था। पिकअप का नंबर ट्रेस कर वाहन मालिक का नाम ईश्वर सिंह पुत्र अर्जुन सिंह रावत, निवासी शिवपुर नरेली मांडल, भीलवाड़ा के रूप में सामने आया है, लेकिन उससे कोई संपर्क नहीं हो पाया है। जांच अधिकारी एसआई सुरेन्द्र ने बताया कि पिकअप शुक्रवार दोपहर ढाई बजे सीज की गई थी। चालक और मालिक दोनों लापता हैं। पेट्रोलियम एवं विस्फोटक सुरक्षा संगठनकी टीम को सूचना दे दी गई है। उनके द्वारा सैंपल लिए जाने के बाद जांच कर दी है।
Read more 11th May 2025
राजस्थान न्यूज़: राजस्थान सरकार के हस्तक्षेप के बाद इंदिरा गांधी नहर की मरम्मत के लिए की गई नहर बंदी समाप्त कर दी गई है। इसके बाद पोंग डेम से 6000 क्यूसेक और हरिके बैराज से 600 क्यूसेक पानी राजस्थान के लिए छोड़ा गया है। इससे पश्चिमी राजस्थान के 10 जिलों में पीने के पानी का संकट काफी हद तक दूर हो जाएगा। हालांकि, किसानों को फिलहाल सिंचाई के लिए पानी मिलने की उम्मीद नहीं है। शनिवार को राज्य सरकार ने नहर बंदी समाप्त करने का निर्णय लिया, जिसके बाद भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड (BBMB) को इसकी सूचना दी गई। रविवार सुबह हरिके बैराज और पोंग डेम से पानी छोड़े जाने के बाद दो-तीन दिन में बीकानेर, और फिर जोधपुर, जैसलमेर, बाड़मेर जैसे जिलों तक पानी पहुंच जाएगा। मुख्य बिंदु: इंदिरा गांधी नहर की बंदी 10 दिन पहले समाप्त। हरिके बैराज से 600 और पोंग डेम से 6000 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। पीने के पानी की राहत, लेकिन सिंचाई के लिए अब भी इंतजार। बीकानेर में दो-तीन दिन में पानी पहुंचेगा, जोधपुर-बाड़मेर में 7 दिन लगेंगे। प्रभावित जिले: बीकानेर, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, चूरू, झुंझुनूं, जैसलमेर, बाड़मेर, जोधपुर, नागौर और सीकर। इंदिरा गांधी नहर परियोजना के अतिरिक्त मुख्य अभियंता विवेक गोयल ने बताया कि नहर बंदी समाप्त करने का प्रस्ताव राज्य सरकार ने स्वीकार किया, और बीबीएमबी को रिपोर्ट भेजी। वहीं जलदाय विभाग के अतिरिक्त मुख्य अभियंता राजेश राजपुरोहित ने कहा कि पानी की आवक के साथ ही प्रत्येक दिन जलापूर्ति नियमित की जा सकेगी फिलहाल एक दिन छोड़कर एक दिन जलापूर्ति: इन जिलों में अभी भी पहले से संग्रहित पानी से ही वितरण किया जा रहा है। इसलिए एक दिन छोड़कर एक दिन पानी देने की नीति अपनाई जा रही है। बीकानेर में अभी 10 दिन का पानी स्टॉक है, इसलिए यहां जल्द जलापूर्ति नियमित हो सकती है।
Read more 11th May 2025
अजमेर न्यूज़: 1100 वर्ष पूर्व स्थापित मंदिर की बड़ी है मान्यता, दूर दराज से पहुंचते हैं हजारों श्रद्धालु
Read more 31st Aug 2022
अजमेर न्यूज़: 1968 से कस्बे की धार्मिक संस्था श्री ब्रह्म पुष्कर सेवा संघ कर रही है इस अनूठी परंपरा का निर्वहन
Read more 31st Aug 2022
अजमेर न्यूज़: 10 टीमें 8 - 8 वार्डो में जाकर घूम रही गायों का करेंगीं प्राथमिक उपचार
Read more 31st Aug 2022
राष्ट्रीय न्यूज़: भारत द्वारा चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर पर रविवार को एक महत्वपूर्ण संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की गई, जिसमें लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई, वाइस एडमिरल एएन प्रमोद, और एयर मार्शल अवधेश कुमार भारती ने मीडिया को ऑपरेशन की विस्तृत जानकारी दी। यह प्रेस कॉन्फ्रेंस उस पृष्ठभूमि में हुई जब 22 अप्रैल के पहलगाम हमले में 26 निर्दोष नागरिकों की हत्या के बाद भारत ने जवाबी कार्रवाई की थी। ले. जन. राजीव घई: "आतंक के ठिकानों को किया गया तबाह" लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर का उद्देश्य साफ था—आतंकवाद के साजिशकर्ताओं और उनके ठिकानों को खत्म करना। हमने सीमा पार मौजूद टेरर कैंप्स और इमारतों की पहचान की और उन पर प्रहार किया। कई ठिकानों को पहले ही खाली करा लिया गया था क्योंकि उन्हें भारतीय कार्रवाई का अंदेशा था।” 9-10 मई की रात ड्रोन से हमला, लेकिन सब नाकाम घई ने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर के तहत 7 मई को हुई कार्रवाई में सीमा पार 9 ठिकानों पर हमने 100 आतंकवादी मार गिराए। इसमें कंधार हाईजैक और पुलवामा अटैक में शामिल 3 बड़े आतंकी चेहरे भी शामिल थे। 7 मई को हुई कार्रवाई के बाद पाकिस्तान ने ड्रोन और मिसाइल्स से हमारे बॉर्डर स्टेट्स में स्थित सैन्य ठिकानों पर हमले की कोशिश की। हमनें उन्हें हवा में ही मार गिराया। एक भी टारगेट सक्सेस नहीं होने दिया। इसके बाद हमने पाकिस्तान को जवाब देते हुए सख्त कार्रवाई की, जिसमें पाकिस्तानी सेना के 35 से 40 सैनिक और अफसर मारे गए। बॉर्डर और LOC पर हुई पाकिस्तानी सेना की गोलीबारी में हमारे 5 जवान शहीद हुए हैं घई ने बताया कि 9-10 मई की रात पाकिस्तान ने ड्रोन और एयरक्राफ्ट से एयरफील्ड और महत्वपूर्ण सैन्य इंस्टॉलेशन पर हमला करने की कोशिश की, लेकिन भारतीय एयर डिफेंस और थलसेना की तैयारियों ने उनकी हर कोशिश नाकाम कर दी। एयर मार्शल भारती: "वे युद्ध चाहते थे, और हम तैयार थे" एयर मार्शल अवधेश कुमार भारती ने कहा कि 8-9 मई की रात पाकिस्तान ने श्रीनगर से लेकर गुजरात के नलिया तक ड्रोन हमलों की एक श्रृंखला शुरू की। उनका उद्देश्य मिलिट्री और सिविल ठिकानों को नुकसान पहुंचाना था, लेकिन किसी भी टारगेट को नुकसान नहीं हुआ। हमने तुरंत जवाबी कार्रवाई की और उनके लाहौर व गुजरांवाला के सर्विलांस रडार सिस्टम को ध्वस्त कर दिया।” उन्होंने कहा कि जानबूझकर सिविलियन विमानों को भी एयरस्पेस में उड़ने दिया ताकि जवाबी कार्रवाई में हम पर दोष लगाया जा सके।
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राष्ट्रीय न्यूज़: पूर्व उपमुख्यमंत्री और कांग्रेस महासचिव सचिन पायलट ने भारत-पाकिस्तान के बीच हुए युद्धविराम पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा की गई घोषणा पर गंभीर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि अमेरिका ने किन शर्तों पर यह घोषणा की, यह स्पष्ट नहीं है और बेहद चिंताजनक है। साथ ही उन्होंने 1994 में संसद द्वारा पारित POK (पाक अधिकृत कश्मीर) को वापस लेने वाले प्रस्ताव को दोहराने की मांग की है। दिल्ली स्थित कांग्रेस मुख्यालय में रविवार को हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में सचिन पायलट ने कहा कि पिछले कुछ दिनों में सरहद पर कई भारतीय नागरिकों ने जान गंवाई है। कांग्रेस पार्टी की ओर से मैं उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं और भारतीय सेना के शौर्य को सलाम करता हूं। हमारी सेना ने फिर दिखा दिया कि वह विश्व की सर्वश्रेष्ठ सेनाओं में से एक है। सीजफायर की घोषणा ट्रंप द्वारा—हैरान करने वाला घटनाक्रम: सचिन पायलट ने अमेरिकी राष्ट्रपति की भूमिका पर सवाल उठाते हुए कहा कि पिछले 24 घंटे में घटनाक्रम तेजी से बदला है। यह पहली बार हुआ है कि भारत-पाकिस्तान के बीच युद्धविराम की घोषणा अमेरिका के राष्ट्रपति द्वारा सोशल मीडिया पर की गई। इस तरह किसी तीसरे देश का दखल और मसले का अंतरराष्ट्रीयकरण चौंकाने वाला है। 1994 के संसद प्रस्ताव को दोहराने की मांग: सचिन पायलट ने दो टूक कहा कि 1994 में कांग्रेस सरकार के दौरान संसद में सर्वसम्मति से POK को भारत में पुनः शामिल करने का प्रस्ताव पारित हुआ था। अब समय आ गया है कि उस प्रस्ताव को दोहराया जाए। मोदी सरकार को विशेष संसद सत्र बुलाना चाहिए ताकि यह स्पष्ट संदेश जाए कि पाकिस्तान की हरकतों और आतंकवाद के खिलाफ देश एकजुट है।"
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अग्निवीर सेना भर्ती रैली, 20 जून के अभ्यर्थी देंगे 26 जून को रिपोर्ट
अग्निवीर सेना भर्ती रैली, 0 जून के अभ्यर्थी देंगे 26 जून को रिपोर्ट अजमेर, 19 जून। सेना भर्ती कार्यालय जोधपुर के निदेशक (भर्ती) कर्नल दीपांकर बसु ने बताया कि अजमेर में चक्रवात के कारण हुई अतिवृष्टि से अग्निवीर सेना भर्ती रैली के कार्यक्रम में परिवर्तन किया गया है। इसके कारण 20 जून को कायड़ विश्राम स्थली में रिपोर्ट करने वाले अभ्यर्थी अब 26 जून को प्रातः 2 बजे कायड़ विश्राम स्थली पर रिपोर्ट करेंगे।
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