माँ चामुंडा मंदिर पर हवन की आहुति, दशमी पर किया शस्त्र पूजन

97 views   |   October 15, 2021

माँ चामुंडा मंदिर पर हवन की आहुति, दशमी पर किया शस्त्र पूजन मां चामुंडा का नयनाभिराम श्रृंगार कर महाआरती के साथ भंडारे का हुआ आयोजन सन 1140 ईस्वी में स्थापित मराठा कालीन प्राचीन चामुंडा माता मंदिर फायसागर रोड़ पर नवरात्र की दशमी पर मां चामुंडा का नयनाभिराम श्रृंगार कर विधि-विधान से पूजन किया गया ओर महाआरती की गई। तत्पश्चात माँ चामुंडा को हलवा, पूरी,खीर, जलेबी, चने का भोग लगाकर आम भंडारे का आयोजन किया। इस मौके पर मां चामुंडा का रंग बिरंगे फूलों से नयनाभिराम श्रृंगार किया गया। मां को नारियल मेवा मिष्ठान समर्पित कर कोरोना से मुक्ति दिलाने की प्रार्थना की गई। मंदिर कमेटी के हेमंत गौड, ततेजेन्द्र सिंह रावत, पूजारी मदन सिंह आदि ने बताया कि बोराज कमेटी द्वारा अरावली पर्वत मालाओं पर विराजित मां चामुंडा का प्रबंधन किया जाता है। नवमी की रात 9:00 बजे यहां पर विशेष हवन प्रारंभ होता है जो पूरी रात चलता है और दशमी की सुबह आरती के साथ संपन्न होता है। दशमी पर माता को स्नान कराकर उनका भव्य श्रृंगार कर पूजन आरती कर भोग लगाने के बाद आम भंडारे का आयोजन किया जाता है। दशमी के दिन शस्त्रों की पूजा भी की जाती है। मां का रोजाना दिन में 3 बार अलग-अलग श्रंगार कर आरती होती है और अलग-अलग भोग भी लगाये जाते हैं। मां को शराब का भोग भी लगाया जाता है। गौरतलब है कि मराठा कालीन चामुंडा माता मंदिर फाय सागर रोड पहाड़ी पर स्थित काफी प्राचीन मंदिर है। मराठा योद्धा युद्ध में जाने से पहले मां चामुंडा के चरणों में अस्त्र शास्त्र रखकर विजई होने की कामना कर युद्ध के लिए कुच करते थे। तब से सीआरपीएफ के अधिकारी भी यहां पूजा अर्चना करते हैं। बड़ी संख्या में शहरी व ग्रामीण भक्त यहां नियमित पूजा अर्चना के लिए पहुंचते हैं। यहां सभी की मनोकामना मां चामुंडा पूर्ण करती है। नवरात्र के 9 दिनों तक मां चामुंडा के मंदिर पर भक्तों का मेला लगा रहता है।